ताउम्र समेटते रहे दौलती पत्थर
मौत आई तो मिटटी ही काम आई ।
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वो बन गये थे रहनुमा, मुफ्त में खिलौने बाँटकर
खिलौने जान ले-लेंगें, ये सोचा नहीं था ।
मौत आई तो मिटटी ही काम आई ।
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वो बन गये थे रहनुमा, मुफ्त में खिलौने बाँटकर
खिलौने जान ले-लेंगें, ये सोचा नहीं था ।
3 comments:
बहुत बढिया!
गजब के शेर हैं, आपकी पसंद की दाद देनी पडेगी।
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नाग बाबा का कारनामा।
व्यायाम और सेक्स का आपसी सम्बंध?
sundar abhivyakti !
aabhar !
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