Monday, July 19, 2010

टाप ब्लागर

सुबह-सुबह फ़ोन पर एक "ब्लागर मित्र" ".... भईया ये "टाप ब्लागर" क्या होता है ... "टाप ब्लागर" बनने में कोई बुराई तो नही है .... अरे यार तू भी सुबह-सुबह पकाने बैठ गया कितने दिन से "ब्लागिंग" कर रहा है फ़िर भी नहीं पता ये "टाप ब्लागर" क्या होते हैं .... बात दरअसल ये है सभी "ब्लागों" का लेखा-जोखा "चिट्ठाजगत" व "ब्लागवाणी" में रखा जाता है तात्पर्य ये है किसने कितनी पोस्ट लिखीं, कितने समय के अंतराल में लिखीं, कितने लोगों ने पढीं, कितने लोगों ने टिप्पणी कीं, बगैरह - बगैरह ...।

.... हां एक बात और है जो बहुत ही महत्वपूर्ण है वो है "हवाले" ....भईया अब ये "हवाले-घोटाले" भी यहां सक्रिय हैं .... अरे यार तू चिंतित मत हो "हवाले" एक "कला" है .... "हुनर" है ... ये बहुत ही नायाब औजार है जो किसी भी "ब्लाग" को "तराश" कर आठ-दस दिनों मे ही "चमचमाते हीरे" की तरह "टाप ब्लागर" की दौड में शामिल करा देता है .... और तो और अगर दो-चार "ब्लागर" मिलकर अर्थात "टीम" बना कर "हवाले" करने लगें तो फ़िर आपको "टाप ब्लागर" बनने से कोई रोक ही नहीं सकता ।

.... भईया मुझे भी "टाप ब्लागर" बनने की इच्छा हो रही है अभी-अभी मैने एक-दो "ब्लाग" देखे हैं जो "जुम्मा-जुम्मा" ही शुरु हुये हैं मुश्किल से पन्द्रह-बीस पोस्ट ही लिखीं गईं हैं वे अभी से "टाप ब्लागर" की सक्रियता सूची में ४००,५०० वे नंबर पर पहुंच गये हैं जबकि मैंने तो कम-से-कम ५० पोस्ट से ज्यादा ही लिखी हैं फ़िर भी उनसे पीछे चल रहा हूं ..... भईया अब आप ही मुझे "टाप ब्लागर"की सूची में ऊपर पहुंचा सकते हो ...... अरे यार तू भी मेरे ही पीछे पड गया, तुझे पता है ये "टाप ब्लागर"और "हवाले" के "यूनिक फ़ंडों" से मैं कितना दूर रहता हूं ... हां अगर तुझे "टाप ब्लागर" बनना ही है तो किसी "ब्लागिंग गुरु" से अविलंब टेलीफ़ोन अथवा ई-मेल से संपर्क कर ले ... वह तुझे निश्चिततौर पर "टाप ब्लागर" बना सकता है ... मेरी भी शुभकामनाएं हैं तू जल्दी ही "टाप ब्लागर" बने।

20 comments:

शिक्षामित्र said...

सारी समस्या इन एग्रीगेटरों की पैदा की हुई है।

डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali) said...

हम तो बहुत ही नीचे वाले ब्लॉगर हैं.... गरीबी रेखा से भी नीचे वाले...

honesty project democracy said...

टॉप ब्लोगर बनने से क्या होगा ?
टॉप बनना ही है तो किसी की मदद के लिए हाथ बढ़ाने में टॉप बनो,
व्यवस्था को सही करने के लिए जमीनी स्तर पर कुछ करने में टॉप बनो
उदय जी हम तो एक छोटे ब्लोगर है महफूज भाई के गरीबी रेखा से भी नीचे के रेखा वाले और वैसा ही बना रहना चाहते हैं

रंजन (Ranjan) said...

ham gathjod karate hai... aap roj mujhe 4 link do.. main bhi aapako 4 link dungaa.. or ek mahine main dono TOP.. bahut aasanaa he... khelen...

Udan Tashtari said...

हम तो रंजन से संपर्क साधने जा रहे हैं तुरत. :)

कडुवासच said...

@रंजन
...आप से सहमत!!!

Anonymous said...

बहुत बढिया!

ZEAL said...

Interesting post .

हर्षिता said...

अच्छा व्यंग है उदय जी,धन्यवाद।

Girish Kumar Billore said...

समीर भाई सच कहा आपने मुझे भी लैम्ब्रेटा पे बिठा लीजिये

Mithilesh dubey said...

top lekhn se bana jata hai na ki ranking se, wah bhi us ranking se jiska koi manak na ho

सूर्यकान्त गुप्ता said...

टॉप क्लास की रचना, जी भर के लिखते रहना, और ब्लॉग-जगत मे, फैली इस जबर्दस्त बीमारी, से बचना। दुई चार दिन के गेप मे हम भी तन गये हैं 108 से 172। अब किस किस का दें पटन्तर। जय जोहार…………

रचना दीक्षित said...

पोस्ट तो बहुत अच्छी है.अच्छा व्यंग है पर मैं इस विषय पर ध्यान नहीं देती

Gyan Darpan said...

अंतरजाल पर किसी भी वेब साईट और ब्लॉग को चलाने के सर्च इंजन ओपटीमाइजेशन (SEO) की जरुरत पड़ती है बड़ी वेब साईटस इसके लिए बाकायदा प्रोफेशनल SEO की सेवाए लेती है पर बेचारा ब्लोगर वो भी हिंदी वाला बिना कमाई धमाई के किसी छोटे-मोटे SEO की भी सेवा लेने की सोच नहीं सकता इसलिए कुछ दिन एग्रीगेटरों के फड्डे समझने के बाद अपने ब्लॉग पर पाठक आकर्षित करने के लिए वह अपनी पोस्ट हॉट सूचि में लाना,पसंद के चटके लगवाना ,सक्रियता क्रमांक में शीर्ष पर आने के लिए हथकंडे अपनाता है |
मेरी नजर में ये कोई बुरा काम नहीं है ये सब ब्लॉग ओपटीमाइजेशन के तरीके मात्र है | जिसका जितना बढ़िया नेटवर्क होता है वह उसका फायदा उठा जाता है आखिर नेटवर्क बनाने में भी तो मेहनत लगती है और जो यह नहीं कर पाता वो खिसयानी बिल्ली की खिसियाता रहता है कि वो पीछे क्यों रह गया ?

Gyan Darpan said...

एक बात और चिट्ठाजगत की इस सक्रियता क्रमांक देने की विधि में हो सकता है कोई दोष हो पर ये है बहुत कमाल का
अपनी सक्रियता बरकार रखने के लिए हर कोई जल्दी जल्दी नई पोस्ट लिखने को मजबूर रहता है और इस तरह से हमें नई नई पोस्टें मिलती रहती है |

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून said...

:)

Indranil Bhattacharjee ........."सैल" said...

कोई बोटम ब्लॉगर भी होगा ... बस अपना नाम उसीके आसपास मिलेगा ...

आपका अख्तर खान अकेला said...

uday bhaayi top blogr kaa fndaa to hemn bhi btaanaa pdhegaa vese aek blog ke se pr top rkh do to voh dur se top blogr hi khlaayegaa naa. akhtar khan akela kota rajsthan

Amitraghat said...

"धाँसू पोस्ट....."

hem pandey said...

ब्लॉगजगत की राजनीति की थोड़ी बहुत समझ रखने वाला भी इन बातों से अवगत है. आपने कच्चा चिट्ठा उजागर कर दिया.वैसे हमें टॉप ब्लागर की सूची में आने की अपेक्षा टॉप पोस्ट लिखने का प्रयास करना चाहिए.