Tuesday, June 8, 2010

हम - तुम !

फूल - खुशबू
रंग - गुलाल
जमीं - आसमां
हम - तुम

हंसते - खेलते
खट्टे - मीठे
नौंक - झौंक
तू-तू - मैं-मैं

हार - जीत
गम - खुशी
रास्ते
- मंजिलें
सफ़र - हमसफ़र

चलो -चलें
कदम - कदम
एक - एक
हम - तुम

गिले - शिकबे
तना -तनी
भूल - भुलैय्या
क्यों - क्यों

मीठे - मीठे
सपने - अपने
चलो - चलें
हम - तुम !

6 comments:

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

वाह...क्या हम तुम और तूतू मैं मैं का नज़ारा पेश किया है...बहुत बढ़िया

माधव( Madhav) said...

बहुत खूबसूरत

अरुणेश मिश्र said...

प्रशंसनीय ।

आदेश कुमार पंकज said...

मीठे - मीठे ,
सपने - अपने ,
चलो - चलें ,
हम - तुम |
बहुत सुंदर प्रस्तुति

दिगम्बर नासवा said...

मीठे - मीठे
सपने - अपने
चलो - चलें
हम - तुम ..

छोटी छोटी बात-चीत .... बातों ही बातों में रची सुंदर रचना ...

Dr. Zakir Ali Rajnish said...

अरे वाह, इतने छोटे छोटे शब्दों से इतनी शानदार रचना।
बधाई।
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ब्लॉगवाणी माहौल खराब कर रहा है?